सांप्रदायिक शक्तियों द्वारा बाबासाहेब के संविधान को मिटाया जा रहा है, माले
अरवल महान सामाजिक शैक्षणिक सुधार ज्योतिबा फुले और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जयंती के अवसर पर भाकपा माले के बैनर तले संप्रदायिक सद्भाव एवं हिंसा के खिलाफ किंजर बाजार में सद्भावना एकजुटता मार्च निकाली गई।
सद्भावना मार्च नगला किंजल से निकलकर किंजर बाजार से होते हुए, फिर नगला मोड़ पर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई।
भाकपा माले नेता अवधेश यादव के अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए माले नेता मिथिलेश यादव, सुएब आलम, अनिल राय, जिला परिषद सदस्य महेश यादव ,सुनील सिंह सहित दर्जनों नेताओं ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। इसे बचाने के लिए सभी लोगों को एकजुट होकर संप्रदायिक उन्माद फैलाने वाले शक्तियों परास्त करने की जरूरत है। वक्ताओं ने कहा कि देश में महंगाई चरम सीमा पर पहुंच गई है। महंगाई पर बात नहीं हो रही है। हिंदू और मुस्लिम की लड़ाई लगाकर देश में सांप्रदायिक उन्माद चलाई जा रही है।
देश खाजाना अपने प्रिय मित्रों के हवाले मोदी जी के द्वारा किया जा रहा है और इस एजेंडा से दूर रखने के लिए लोगों को धर्म के आगे झोंकने का काम कर रहे हैं। ओबीसी इबीसी दलित छात्रों की छात्रवृत्ति या काट दी गई लेकिन यह गरीब और मध्य वर्ग के लोगों का एजेंडा ना बने इसके लिए धर्म का सहारा लेकर भाजपा सरकार मुस्लिम को टारगेट कर रहे हैं और अपने एजेंडे को कायम रख रहे हैं। दवा के दामों में विधि किया जा रहा है । गरीबों की जीवन के लिए दवा जरूरी है लेकिन मोदी सरकार के द्वारा दवा की दाम में वृद्धि कर दी गई यह सभी लोगों की जरूरत पड़ता है ।
13 अप्रैल 1919 को जनरल डायर के द्वारा जलियांवाला बाग में किसान मजदूरों की सभा पर गोलियों से बौछार कर दिए थे उसके बाद देश से अंग्रेज को भागना पड़ा था उसी तरह मोदी सरकार को भी गरीबों की समस्या निदान नहीं करेगा उसे भी भारत की जनता बंगाल की खाड़ी में खदेड़ने का काम करेगा।
दीपक कुमार, मोहन भगत, सुदर्शन माझी,
भाकपा माले
बादशाह प्रसाद

