शिद्दत से याद किए गए बिहार केसरी डॉ० श्रीकृष्ण सिंह
करपी से अरविंद कुमार की रिपोर्ट
करपी (अरवल) बिहार के गौरव, राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री व बिहार केसरी के नाम से विख्यात डाॅ०श्रीकृष्ण सिंह उर्फ श्री बाबू की 135 वीं जयंती के अवसर पर रा०कृत+2 रामेश्वर उच्च विद्यालय, बम्भई में एक समारोह आयोजित कर उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन किया गया और उनके योगदानों को याद किया गया इस समारोह के अध्यक्षता वरीय शिक्षक श्री नागेन्द्र कुमार एवं संचालन राजकीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक डाॅ० ज्योति कुमार ने की। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और केक भी काटे गए। तत्पश्चात उनके व्यक्तित्व और कृतित्व तथा बिहार के नवनिर्माण में उनके योगदान की चर्चाएं हुई। शिक्षक नागेन्द्र कुमार ने बिहार के नवनिर्माण में उनकी भूमिका की चर्चा करते हुए कहा कि श्री बाबू अपने कृत्यों से सदा पूज्यनीय रहेंगे। उन्होंने कहा कि उनका सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र एवं जनसेवा के लिए समर्पित था। डॉ० ज्योति कुमार ने मौके पर कहा कि श्री बाबू स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी सेनानियों में से रहे हैं। देश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान नमक सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन व भारत छोड़ो आंदोलन में उनकी अहम भूमिका रही। उन्होंने उनके मुख्यमंत्री रहते उनके उल्लेखनीय कार्यों को याद करते हुए उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प दुहराया। शिक्षक मनीष कुमार, राजीव रंजन, पुस्तकालयाध्यक्ष राजेश्वर प्रसाद आदि ने भी उनकी गौरवपूर्ण स्मृतियों का जिक्र करते हुए अपने-अपने विचार रखे और उसे जीवन में आत्मसात करने की बात दोहराई। इस बीच धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक मनीष कुमार ने किया। मौके पर उत्पल कुमार,अमन कुमार, अमरजीत कुमार, अनूप, तरूण सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
