अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी माधवेंद्र सिंह के सम्मान मे विदाई समारोह आयोजित
अरवल से आजाद खान की रिपोर्ट
अरवल ,अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी माधवेंद्र सिंह के सम्मान मे जिला अतिथि गृह मे विदाई समारोह आयोजित किया गया । विदाई समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ अधिवक्ता सियाराम शर्मा ने ने की ।इस अवसर पर सभी लोगों ने माधवेंद्र सिंह को न्यायप्रिय, सादगी से जीने वाले एवं सुविचार व्यक्ति बताते हुए कहा कि इनकी जितनी प्रशंसा की जाए वह कम होगी। सादगी, विद्वता इनको विरासत में मिली है जो इन्होंने अपने जीवन में मूर्त रूप से अमल में ला रहे हैं। अधिवक्ताओं ने कहा कि माधवेंद्र सिंह ने बार और बेंच में समन्वय बनाते हुए न्यायिक कार्य किया तथा उन्हें आज तक क्रोध में कभी नहीं देखा गया। वह सभी के लिए समान रूप से सुलभ तरीके से उपलब्ध रहे तथा न्याय हित में लिए गए उनके निर्णय की प्रशंसा सभी लोगों ने की ।इस अवसर पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रणधीर कुमार ने कहा कि हमें इनके साथ 3 माह कार्य करने का मौका मिला है जिसमें इनके कार्य करने की क्षमता के हम कायल हैं। हम दोनों भाई की तरह थे तथा इनके उज्जवल भविष्य की कामना के साथ इन्हें न्याय क्षेत्र में सर्वोच्च पद पर जाने की शुभकामना देते हैं । इस अवसर पर मुंसिफ श्री ईश्वर चंद्र अकेला ने कहा कि माधवेंद्र जी के साथ काम के दरम्यान पता ही नहीं चला कि कैसे समय बीत गया। ये बहुत ही मृदु स्वभाव के थे,हमारे न्यायिक व्यवस्था के अभिन्न अंग थे।ईनके चले जाने से हम अपने आप मे येक क्षती महसूस कर रहे हैं। अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि माधवेंद्र हमारे न्यायिक साथी के साथ साथ पड़ोसी भी हैं ।इनके यहां से जाना हमारे लिए व्यक्तिगत क्षति है ।इनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व में समानता है तथा इनके उज्जवल भविष्य की कामना के साथ इसी तरह क्षेत्र में गौरव प्राप्त करने की कामना करता हूं ।इस अवसर पर न्यायिक दंडाधिकारी सुशील दत्त ने कहा कि ये हमारे बड़े भाई के समान थे। मैंने यहां पहली बार अपना योगदान दिया था, तब से इनके सानिध्य में बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है तथा वे मेरा उचित मार्गदर्शन हमेशा देते रहे हैं ।इनके ट्रांसफर होने के बाद यहां से चले जाना सेवाकाल का एक सामान्य बात है लेकिन मेरे लिए यह व्यक्तिगत क्षति है ।यह जहां भी रहे खुशी पूर्वक परिवार के साथ जीवन व्यतीत करें एवं इनका स्नेह हम पर बराबर बना रहे। इस अवसर पर अनिल कुमार शर्मा, राधाकांत शर्मा ,शैलेश कुमार, वशिष्ठ नारायण , युवा अधिवक्ता कुमार वैभव सहित दर्जनों अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता रामकिशोर वर्मा उपस्थित थे। इस अवसर पर अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी माधवेंद्र सिंह अपने आपको गमगीन होने से रोक नहीं सके तथा उनकी आंखों से आंसू निकलते देखी गयी।
