भाजपा नेता ने व्यवहार न्यायालय में शिक्षा मंत्री पर मुकदमा दाखिल किया
अरवल से आजाद खान की रिपोर्ट
अरवल व्यवहार न्यायालय अवस्थित मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में परिवाद पत्र संख्या 32/ 2023
बिहार के शिक्षा मंत्री डाॅ चन्द्रशेखर पर दफा153ए,153बी,295ए,505भादवी में मुकदमा दाखिल किया गया।अधिवक्ता बृजेश कुमार ने बताया कि भाजपा किसान मोर्चा अरवल अध्यक्ष जगदीश प्रसाद यादव ने अपने अभियोग पत्र में डॉक्टर चंद्रशेखर शिक्षा मंत्री बिहार सरकार को अभियुक्त बनाते हुए आरोप लगाया है कि परिवादी हिंदू समाज से आता है तथा उसकी अपने धर्म, ईश्वर और देवी-देवताओं के प्रति पूर्ण आस्था है ,सभी धर्मों एवं संप्रदाओं का पूरा पूरा सम्मान करता है तथा सभी से हिंदू धर्म के सम्मान की अपेक्षा रखता है।
शिक्षा मंत्री डॉ चंद्रशेखर ने अपने एक प्रेस वार्ता के दौरान हिंदू धर्म की पुस्तक रामचरितमानस पर यह टिप्पणी कि हिंदू धर्म के भगवान श्री राम का ग्रंथ रामचरितमानस समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है एवं इसे समाज में विसंगतियां पैदा होती है। रामचरितमानस समाज को तोड़ने वाला ग्रंथ है ।इसे मनु स्मृति की तरह जला देना चाहिए और दुनिया के लोगों इस ग्रंथ में कहा गया है कि नीची जाति के लोगों को शिक्षा ग्रहण करने का कोई अधिकार नहीं है तथा शिक्षा ग्रहण करके वे जहरीला हो जाते हैं, जैसा कि सांप दूध पीने के बाद होता है।
ये ग्रंथ नफरत करने वाले एक युग में मनुस्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस और तीसरे युग में गुरु गोवलकर का बंच ऑफ थाॅट्स। यह हमारे देश और समाज को नफरत में बाटती है ।इससे उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस लगी तथा उन्होंने न्यायालय में परिवाद पत्र दाखिल किया जिसे न्यायालय ने दर्ज करते हुए जांच के लिए स्विकार कर लिया। इस परिवाद में बालेश्वर शर्मा ,कन्हैया चंद्रवंशी एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शेषनाग ठाकुर को गवाह बनाया गया है।
