बिहार के मगध विश्वविद्यालय के शिक्षक-कर्मी लगा रहे गुहार, प्रभारी कुलपति व कुलसचिव से कीजिए रक्षा
पटना से रोहित कुमार मिश्रा की रिपोर्ट
पटना । मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के शिक्षकों, पदाधिकारियों व कर्मियों ने विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) से सुरक्षा की गुहार लगाई है। एसवीयू को लिखे पत्र में शिक्षकों व कर्मियों ने प्रभारी कुलपति डा. आरके सिंह और प्रभारी कुलसचिव आरपी बबलू पर धमकी देने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इनका आरोप है कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रही जांच में सहयोग करने के कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। एसवीयू से अभी तक पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय, बोधगया और जेपी विश्वविद्यालय, छपरा में किए गए कार्यों की जांच कराकर कठोर कार्रवाई करने की भी मांग की गई है। आवेदन लिखने वालों में मगध विश्वविद्यालय के डा. सुशील कुमार सिंह, डा. भुगुनाथ, अमितश प्रकाश, सदानंद शंकर, चौधरी रमण किशोर व अन्य शामिल हैं।
सांसद सुशील कुमार सिंह ने भी एसवीयू के एडीजी को पत्र लिखकर जांच में सहयोग करने वाले पदाधिकारियों एवं कर्मियों के स्थानांतरण और भयादोहन को लेकर ध्यान आकृष्ट कराया है। इसके साथ ही प्रभारी कुलपति डा आरके सिंह एवं प्रभारी कुलसचिव आरपी बबलू तथा अन्य पर तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है, ताकि भ्रष्टाचार पर रोक लगाने वाले तत्पर लोगों का मनोबल खंडित न हो।
जांच में सहयोग देने पर दुष्परिणाम की धमकी ।
मगध विश्वविद्यालय के शिक्षक व कर्मियों ने पत्र में लिखा है कि धमकाने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय प्रशासन ने 24 मई को डा सुशील कुमार सिंह तथा डा भृगुनाथ को विश्वविद्यालय मुख्यालय से स्थानांतरित कर दूरस्थ महाविद्यालय भेज दिया है। इसके साथ ही मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए जांच कमेटी भी बना दी गई है। यह भी आरोप लगाया गया है कि प्रभारी कुलपति व कुलसचिव द्वारा अपने लोगों से यह धमकी भी दिलवाई जा रही है कि एसवीयू को भविष्य में किसी भी तरह की जानकारी देने या जांच में सहयोग करने पर दुष्परिणाम भुगतने होंगे।
