मौलाना को अंग्रेज़ी हुकूमत ने आजादी की लड़ाई में शिरकत करने के कारण पेड़ों पर फांसी से लटका दिया था:जमीयत उलेमा
अरवल, शहर के वासिलपुर एकरा मस्जिद में मुस्लिम धर्मगुरु हजरत मौलाना नाजिम,महासचिव जमीयत उलेमा-ए-बिहार की अध्यक्षता में एक चुनावी बैठक हुई,जिसमें बतौर पर्यवेक्षक जमीयत उलेमा-ए-बिहार के उपाध्यक्ष मुस्लिम धर्मगुरु हजरत मौलाना कारी कासिम भी मौजूद थे,इस मौके पर कारी मुहम्मद मुस्लिम अयाज मजाहरी अध्यक्ष जमीयत उलेमा-ए-जहानाबाद ने पवित्र कुरान का पाठ करके कार्यक्रम का उद्घाटन किया, कारी मुजफ्फर रेहान मदरसा जामिया अरबिया इस्लामिया जाफरगंज जहानाबाद ने नात पाक प्रस्तुत की जबकि मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना नाजिम महासचिव जमीयत उलेमा-ए-बिहार ने अपने संबोधन में जमीयत उलेमा के कार्यो पर बिस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि जमीयत उलेमा एक देशभक्त संगठन है जो आजादी की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने का काम किया है और इस संगठन के अनेक मौलाना को अंग्रेज़ी हुकूमत ने आजादी की लड़ाई में शिरकत करने के कारण पेड़ों पर फांसी से लटका दिया था. यह संगठन आम आवाम की समस्याओं के समाधान के लिए सदैव अग्रसर रहती है. हिंदुस्तान में जहां भी जलजला आता है वहां जमीयत उलेमा पहुंचकर हर तरह कर मदद करने के लिए तत्पर तैयार रहती है
इस संगठन का अरवल में जिला इकाई का गठन किया गया जिसके अनुसार
मौलाना मोतीउर-रहमान क़ासमी नाज़िम मदरसा अज़मतिया भदासी को जिला जमीयत उलेमा का अध्यक्ष चुना गया, साथ ही 11 सदस्यीय कार्यकारिणी का चुनाव किया गया
मौलाना ज़ैन-उल-आबिदीन - संरक्षक
मौलाना मोतीउर रहमान. - अध्यक्ष
एडवोकेट निसार अख्तर अंसारी - उपाध्यक्ष
मौलाना शम्स आलम नदवी - उपाध्यक्ष
हकीम मौलाना शाहिद कासमी - उपाध्यक्ष
हाफिज तुफैल अशरफ - महासचिव
हाफिज मौलवी शहाबुद्दीन - सहायक सचिव
मौलाना मिन्नतुल्लाह कासमी - सहायक सचिव
मास्टर मो.मोइनउद्दीन - कोषाध्यक्ष
मो. मुजाहिद हुसैन. - मिडिया प्रभारी के साथ ही
मास्टर जमील अख्तर अंसारी, हाफिज मोहम्मद शाहिद रोहाई, हाफिज मो.अनवर शहरतेलपा,
कारी साबिर इमाम मस्जिद कुर्था डिह, हाफिज दानिश इमाम प्रसादी इंग्लिश, डॉ हामिद हुसैन शाही महल्ला, डॉ अखलाक अहमद, डॉ सलीम अंसारी, आफताब आलम, हसन इमाम, मास्टर जफर बेलसार, मौलाना वहीदज़मां हरना, असलम मंसूरी करपी शामिल थे.
