खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ी। इलाज के लिए आ रहे है अस्पताल
चेनारी:- दिनेश तिवारी की रिपोर्ट
चेनारी (रोहतास) मार्च महीना में मौसम बदलने के साथ साथ वायरल फीवर के साथ साथ सर्दी, खांसी आदि के मरीज बढ़ गए हैं. ज्यादातर घरों में कोई कोई न इस बीमारी से पीड़ित है. इसको लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (अस्पताल) से लेकर निजी अस्पताल के चिकित्सकों के
पास मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. शुरुआत में इसे सामान्य रूप से वायरल माना गया था. लेकिन अब नए वायरस एच 3 एन 2 के सामने आने के बाद सतर्कता बढ़ गयी है.इन दिनों प्रखंड क्षेत्र में खांसी के मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो गयी है. समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चेनारी में ज्यादातर खांसी के ही मरीज आ रहे है. सीएचसी केंद्र के ओपीडी में कार्यरत चिकित्सक डॉ. राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि अभी अधिकांशत मरीज सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार आदि के ही आ रहे है.पहले इनकी संख्या कम थी. अब कुल रोगी में से आधे से ज्यादा मरीज इन्ही बीमारी से ग्रसित है. उन्होंने बताया कि यह एक तरह का फ्लू है जो ज्यादा समय तक शरीर में असर कर रहा है. सामान्यत सर्दी खांसी 2 से 3 दिनों में ठीक हो जाता था. लेकिन वर्तमान में यह फ्लू एक हफ्ते तक भी असर दिखा रहा है.
पास मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. शुरुआत में इसे सामान्य रूप से वायरल माना गया था. लेकिन अब नए वायरस एच 3 एन 2 के सामने आने के बाद सतर्कता बढ़ गयी है.इन दिनों प्रखंड क्षेत्र में खांसी के मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो गयी है. समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चेनारी में ज्यादातर खांसी के ही मरीज आ रहे है. सीएचसी केंद्र के ओपीडी में कार्यरत चिकित्सक डॉ. राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि अभी अधिकांशत मरीज सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार आदि के ही आ रहे है.पहले इनकी संख्या कम थी. अब कुल रोगी में से आधे से ज्यादा मरीज इन्ही बीमारी से ग्रसित है. उन्होंने बताया कि यह एक तरह का फ्लू है जो ज्यादा समय तक शरीर में असर कर रहा है. सामान्यत सर्दी खांसी 2 से 3 दिनों में ठीक हो जाता था. लेकिन वर्तमान में यह फ्लू एक हफ्ते तक भी असर दिखा रहा है.
कोरोना जैसी ही सतर्कता बरतने की दी जा रही सलाह:- नए फ्लू और एच 3 एन 2 वायरस मिलने के बाद लोगों से कोरोना बीमारी में बरती जाने वाली सतर्कता को ही करने की सलाह दी जा रही है. डॉ. आरके गुप्ता ने कोरोना बीमारी की ही तरह सतर्कता बरतने की सलाह दी। सर्दी खांसी और बुखार के सामान्य दवा लेने के साथ साथ उन्हें मास्क लगाने, सेनिटाइजर का उपयोग करने, सोशल डिस्टेंस रखने, अपने हाथों से आंख मुंह को न छूने, भीड़ भाड़ वाले स्थान में जाने से बचे, हाथ धोकर ही खाना खाने की सलाह दी.
कोरोना का टीकाकरण को लेकर नहीं आ रहे लोग:- नए वायरस या फ्लू को लेकर सर्दी, जुकाम और फीवर के बीमार लोगों की संख्या बढ़ी है। लेकिन तत्काल सीएचसी केंद्र अस्पताल में कोरोना टीकाकरण की शुरुआत नहीं की गई है. अभी वर्तमान में कोरोना का टीका उपलब्ध है. सीएससी केंद्र के स्वास्थ्य कर्मी ने बताया कि अभी टीका लेने कोई नहीं आ रहा है.अगर टीका लेने वालों की संख्या बढ़ती है तो तुरंत टीका दिया जाएगा. लेकिन कोरोना का एंटीजेन जांच शुरू है. प्रतिदिन लगभग 125 से लेकर 150 तक लोगों का एंटीजेन टेस्ट के लिए सैम्पल लिए जा रहे हैं.आरटीपीसीआर जांच केंद्र सासाराम में है। जरूरत पड़ने उससे भी जांच की जा रही है.
ताजा भोजन ही करें बासी खाना नहीं खाएं:-
अधिक तेल मसाला का प्रयोग भोजन में ना करें. फिलहाल फ्रिज या ठंडा पेयजल से परहेज करें.सुबह व रात के समय हल्की चादर का प्रयोग जरुर करें. जरुरत न हो तो एसी व पंखा का प्रयोग ना करें.खाना खाने के बाद रात में गर्म पानी का सेवन करें. हल्का नाश्ता के बाद ही फल का प्रयोग करें. मौसमी फल खाने के बाद तुरंत पानी का प्रयोग ना करें।एक से दो दिन तक पारासिटामॉल लेने के बाद भी बुखार आने पर तत्काल डॉक्टरी परामर्श लें. उधर, चिकित्सकों का कहना है कि अभी खासकर स्कूली बच्चों को जांच के लिए अस्पताल जरूर लाएं.
वायरल के लक्षण :-
वायरल फीवर और खांसी के लक्षण सामान्य लक्षण ही है. इनसे पीड़ित रोगी में उल्टी जैसा मन होगा, बुखार, डायरिया, खांसी, नाक बहना, पेट दर्द, सुस्त पड़ जाना और खाना पीना छोड़ देना आदि लक्षण पाए जाते है. प्राय खांसी ये बुखार चार दिन से लेकर एक हफ्ता से ज्यादा दिन तक रह रहा है. ऐसी खांसी में सामान्य खांसी की दवा काम कम कर रही है.इस दौरान सावधानी का ज्यादा जरूरत है.
क्या करे परहेज करें:- समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अविनाश सिंह ने बताया कि वायरल फीवर या खांसी होने पर परहेज से रहें. यह बीमारी छींकने और खांसने से फैलता है. ऐसे लोगों से दूर रहें. मास्क का प्रयोग करें. सेनिटाइजर का भी उपयोग करें.तरल पदार्थ, विटामिन सी, ए और डी की दवा दें। पानी की कमी न होने दें। एन्टीबायोटिक न लें. ज्यादा खांसी या बुखार होने पर चिकित्सक की सलाह लें खुद से दवा न लें.



