उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में काव नदी से गाद निकालने के कार्य को लेकर समीक्षात्मक बैठक आयोजित
रोहतास ब्यूरो चीफ दिनेश तिवारी की रिपोर्ट
सासाराम (रोहतास) शेखर आनंद उप विकास आयुक्त रोहतास की अध्यक्षता में डीआरडीए स्थित संवाद कक्ष में जिला जिला स्तरीय पदाधिकारियों के
साथ काव नदी के गाद निकलने के कार्य की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। उप विकास आयुक्त द्वारा बताया गया कि का नदी रोहतास जिला का अत्यंत महत्वपूर्ण जल स्रोत है अत्यधिक गाद के कारण बरसात के दिनों में इसमें बाढ़ आने से काफी क्षति होती है
तथा गर्मी में जल संग्रहण क्षमता कम होने के कारण सूख जाती है अतः यह निर्णय लिया गया कि मनरेगा के तहत इसके गाद की निकासी की जाए। जिससे इससे जल संग्रह क्षेत्र में वृद्धि होगी साथ ही साथ तटबंध भी मजबूत होंगे। उप विकास आयुक्त द्वारा बताया गया कि काव नदी के पुनरुद्धार के लिए 10 प्रखंडों याथा- अकोढ़ीगोला, राजपुर, नोखा, संझौली ,दावत, सूर्यपुरा, सासाराम, डिहरी, काराकाट, बिक्रमगंज के 27 पंचायतों में 58 योजनाओं का चयन किया गया है योजनाओं के सफल क्रियान्वयन एवं गुणवत्तापूर्ण हो, इसके लिए सतत निगरानी एवं अनुश्रवण की व्यवस्था की गई है अनुश्रवण हेतु उक्त वर्णित 10 प्रखंडों में के वरीय पदाधिकारियों के साथ 5 कार्यपालक अभियंता तथा 10 अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति की गई है जो स्थल पर जाकर औचक निरीक्षण करेंगे। जो कार्य प्रारंभ हुआ अथवा नहीं साथ ही यह भी देखेंगे कि मनरेगा के कार्य में जेसीबी मशीन का प्रयोग ना हो तधा मजदूरों के मास्टर रोल के अनुसार उपस्थिति है या नहीं उल्लेखनीय है कि यह कार्य मानसून के आगमन के पूर्व 15 जून तक पूर्ण कर ली जानी है विकास आयुक्त द्वारा बताया गया है कि यह महत्वपूर्ण कार्य है जिसका ड्रोन के माध्यम से फोटोग्राफी कराई जाएगी तथा मजदूरों की उपस्थिति के संबंध में प्राप्त होने वाली शिकायतों को गंभीरता से लिया जाएगा तथा संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उक्त बैठक में भूमि सुधार उप समाहर्ता, डेयरी एवं बिक्रमगंज, जिला योजना पदाधिकारी, रोहतास, उप निर्वाचन पदाधिकारी रोहतास एवं विशेष कार्यकारी अभियंता उपस्थित हुए।
साथ काव नदी के गाद निकलने के कार्य की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। उप विकास आयुक्त द्वारा बताया गया कि का नदी रोहतास जिला का अत्यंत महत्वपूर्ण जल स्रोत है अत्यधिक गाद के कारण बरसात के दिनों में इसमें बाढ़ आने से काफी क्षति होती है
तथा गर्मी में जल संग्रहण क्षमता कम होने के कारण सूख जाती है अतः यह निर्णय लिया गया कि मनरेगा के तहत इसके गाद की निकासी की जाए। जिससे इससे जल संग्रह क्षेत्र में वृद्धि होगी साथ ही साथ तटबंध भी मजबूत होंगे। उप विकास आयुक्त द्वारा बताया गया कि काव नदी के पुनरुद्धार के लिए 10 प्रखंडों याथा- अकोढ़ीगोला, राजपुर, नोखा, संझौली ,दावत, सूर्यपुरा, सासाराम, डिहरी, काराकाट, बिक्रमगंज के 27 पंचायतों में 58 योजनाओं का चयन किया गया है योजनाओं के सफल क्रियान्वयन एवं गुणवत्तापूर्ण हो, इसके लिए सतत निगरानी एवं अनुश्रवण की व्यवस्था की गई है अनुश्रवण हेतु उक्त वर्णित 10 प्रखंडों में के वरीय पदाधिकारियों के साथ 5 कार्यपालक अभियंता तथा 10 अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति की गई है जो स्थल पर जाकर औचक निरीक्षण करेंगे। जो कार्य प्रारंभ हुआ अथवा नहीं साथ ही यह भी देखेंगे कि मनरेगा के कार्य में जेसीबी मशीन का प्रयोग ना हो तधा मजदूरों के मास्टर रोल के अनुसार उपस्थिति है या नहीं उल्लेखनीय है कि यह कार्य मानसून के आगमन के पूर्व 15 जून तक पूर्ण कर ली जानी है विकास आयुक्त द्वारा बताया गया है कि यह महत्वपूर्ण कार्य है जिसका ड्रोन के माध्यम से फोटोग्राफी कराई जाएगी तथा मजदूरों की उपस्थिति के संबंध में प्राप्त होने वाली शिकायतों को गंभीरता से लिया जाएगा तथा संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उक्त बैठक में भूमि सुधार उप समाहर्ता, डेयरी एवं बिक्रमगंज, जिला योजना पदाधिकारी, रोहतास, उप निर्वाचन पदाधिकारी रोहतास एवं विशेष कार्यकारी अभियंता उपस्थित हुए।


